ये दुनिया उलझन भरी है। पर मैं हार नहीं मानूँगा, क्योंकि तुझसे ही मेरा साथ है। ये {सबशक्ति से हो रहा है जो तुमने दिया है। तुम मेरा जीवन बेहतर बनाओ । तुम्ही मुझे
{प्रतिज्ञा देती हो।
इस जीवन के सफ़र में तुम्हारा साथ
यह सफ़र लगातार आपका साथ देगा। आनंद और दुःख दोनों आपके साथ चलेंगे, परंतु इस पथ में आप अकेले नहीं होंगे।
- जीवनसाथी
- प्रकृति
- विचार
यह सफ़र आपको सशक्त बनाएगा। ठोकरें| अपनी ताकत दिखाएँगी।
अकेलापन में खुशी खोजें
ज़िंदगी सफर भरी है उतार-चढ़ावों से। कभी हमें आनंद मिलती है, कभी दुःख। अकेलापन भी एक ऐसा संवेदना है जो हर इंसान को तो छू जाता है। लेकिन क्या पता होगा अगर हम इस अकेलेपन में अपनी खुद की सुख खोजें?
यहाँ देखना जरूरी है कि अकेला होना हमेशा काफ़ी नहीं होता। बहुत से लोग खुद को पता लगाते हैं जब वे अकेले होते हैं।
- आत्मिक को जानना सीखें।
- विशिष्ट शौक अपनाएं।
- प्रकृति से जुड़ें।
- अपने से बात करें
अकेलेपन में खुद को खोजें, अपनी क्षमताओं को पहचानें और आनंद का अनुभव करें। ऐसा सफर more info है जो आपको आत्म-ज्ञान की ओर ले जाती है।
तू मेरे लिए पर्याप्त है
जीवन उसका/वह/अपना सफ़र होता है, और हर मुश्किल में मेरा साथी/मेरी जान/मेरा पथ तुम ही होता है।
तेरे बिना/तुम्हारे बिना/आपके बिना यह जीवन कठिन लगता है। तुम मेरी शक्ति, आप मेरा साथी।
स्वयं की संगति में शांति
जीवन एक उथल-पुथल भरा यात्रा है, जिसमें हम अनेक दुविधाओं का सामना करते हैं। इस यात्रा में हमें संतोष प्राप्त करने के लिए अपनी मनोवृत्ति को समझना और उसमें निवास करना चाहिए। आत्म-निरीक्षण ही हमारे विचारों को नियंत्रित करने का प्रमुख मार्ग है। जब हम अपने साथ समय बिताते हैं, तब हम अपनी ज्ञान को विकसित कर सकते हैं और जीवन के बारीकों का सामना करने की कुशलता हासिल कर सकते हैं।
अकेलापन भी तुम्हारे बिना अधूरा
दुनिया भर में, हर कोई तुमसे जुड़ा हुआ है। तुमारा साथ है जो इस दुनिया को सार्थक बनाता है। जब तुम दूर हो तो यह सब हलके रंग का पड़ जाता है।
इसलिए जीवन अँधेरे में रहता है, अभी सूरज नदियों है। तुम ही मेरा चाँद हो, जो मुझे रात में रोशन करता है।
मेरे पता है कि तुम खुद को इस दुनिया से अलग महसूस करते हो, लेकिन याद रखो तुम अकेला नहीं हो। हम सब एक साथ हैं।